हौज़ा न्यूज एजेंसी के अनुसार, सडान की गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन अब्दुल फत्ताह अल-बुरहान ने दावा किया है कि ज़ायोनी शासन के साथ संबंधों को सामान्य बनाने वाले समझौते का उद्देश्य विभिन्न धर्मो और दुनिया के देशो के बीच सहिष्णुता और एकता के मूल्यों को बढ़ावा देना और उनको फैलाना है।
इजरायल के अधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन वीडियो सम्मेलन को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि समझौते पर हस्ताक्षर शांति, सहिष्णुता, एकता, स्वतंत्रता और धर्मों के लिए सम्मान और आपसी स्वीकृति जैसे मूल्यों को मजबूत करने के ईमानदार प्रयासों पर आधारित था।
इजरायल के छात्रों द्वारा आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय आभासी गतिविधि में पहली बार सूडान के छात्रों ने भाग लिया।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि सूडान तथाकथित इस्लामिक देशों में से एक है जो हाल के वर्षों में ज़ायोनी शासन के साथ राजनयिक संबंधों को नियमित रूप से विकसित कर रहा है, लेकिन सूडान अपनी नापाक और आपराधिक गतिविधियों को सही ठहराने के लिए विभिन्न बयान दे रहा है।